श्रीश्रीश्री श्रीमद् विराट पोतुलूरी ब्रह्ममेंन्द्र स्वामी जी का आराधना महोत्सव धूमधाम से मनाया।
पहली बार चेन्नई से लाई गई उत्सव मूर्ति की पूजा-आराधना को लेकर समाज के लोगों में उसाह था। वैसे तो हर साल बैसाख शुक्ल पक्ष की एकादशी को यह आराधना महोत्सव मनाया जाता है, लेकिन पहली बार उत्सव मूर्ति का पूजन व शोभायात्रा निकाली गई।
सबसे पहले पोतुलूरी वीर ब्रह्ममेंन्द्र स्वामी जी, माता गोविंद माम्बा और सिद्धेय जी की मूर्तियों का स्नान और अभिषेक किया गया।
इसके बाद गणेश पूजा, रक्षा सूत्रधारण, दीक्षा सूत्रधारण कलश स्थापना, मंडपारधना, श्री वीर ब्रह्ममेंन्द्र स्वामी जी के साथ माता गोविंद माम्बा की कुमकुम पूजा और कल्याणम हुआ। पूरी तरह धार्मिक और उत्सवी माहौल में दिनभर यह आयोजन हुआ। सेक्टर-2, सड़क-15, गणेश पंडाल में आयोजित समारोह में भिलाई-दुर्ग के अलावा रायपुर, राजनांदगांव से समाज के लोग बड़ी संख्या में इस समारोह में शामिल हुए।
अंत मे जगत ज्योति जलाते हुए श्री वीर ब्रह्ममेंन्द्र स्वामी जी की समाधि यात्रा को पूर्ण किया गया| सभी भक्तजनो ने प्रसाद ग्रहण कर भोजन किया|